यदि लग्न या चन्द्रमा से अष्टम भाव में मंगल हो तो यह जातक के अष्टम, एकादश, द्वितीय और तृतीय भाव को प्रभावित करेगा |
दूसरा घर वाणी कौशल का प्रतिनिधित्व करता है जबकि तीसरा घर जातक के भाई बहन और संचार कौशल को प्रदर्शित करता है |
यह जातक बातचीत में उग्र और अप्रिय बोल बोल सकता है | इस जातक का अपने भाई बहनो के साथ तनावपूर्ण सम्बन्ध हो सकते हैं |
इस जातक के संवाद से दूसरों की भावनाओ को ठेस पहुँच सकती है |
( नोट :- मांगलिक दोष से डरने और घबराने की आवश्यकता नहीं है | यह कई कारणों से रद्द भी होता है जिसकी जानकारी आगे के पोस्ट में दी जायेगी )
क्रमशः.......