04-01-2023
कर्म भाव
कर्म भाव
कुंडली में दसवाँ भाव कर्म भाव कहलाता है | जातक का व्यवसाय इसी भाव से देखा जाता है | इस भाव के कारक ग्रह गुरु, बुध के अतिरिक्त सूर्य और शनि भी हैं| काल पुरुष की कुंडली में दशम भाव में मकर राशि आती है जिसका स्वामी शनि है | दशम भाव में सूर्य होने पर जातक करियर में जल्दी से चढ़ता है | चन्द्रमा होने पर मूड के उतार चढ़ाव के कारण करियर में अक्सर बदलाव कर सकता है | गुरु होने पर जातक पेशेवर जीवन में भाग्य का साथ मिलेगा | शुक्र होने पर जातक सौंदर्य / ऐश्वर्य से सम्बंधित वस्तुओं के व्यवसाय में लाभ कमा सकता है| मंगल होने पर जातक सेना / पुलिस सेवा में हो सकता है मंगल, व्यवसाय में आने वाले उतार चढाव का सामना करने के लिए जातक को तैयार करता है | बुध होने पर जातक लेखन, बोलने में या संचार के क्षेत्र में करियर चुन सकता है| शनि होने पर जातक लोहे, तेल आदि के व्यवसाय में जा सकता है| इस भाव में शनि धीमा पर स्थिर और दीर्घकालिक उपलब्धियां दिलाएगा| दशम भाव में राहु समाज में बहुत नाम दिलाएगा पर इसकी नकारात्मकता जातक की लोकप्रियता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है | केतु जातक को धन, शक्ति और पद प्राप्त करने में प्रेरित कर सकता है| यह जातक को धार्मिक भी बना सकता है |
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Very well explained
Amita