26-12-2022

आयु भाव

आयु भाव 

कुंडली में आठवां भाव आयु भाव कहलाता है | यह भाव महिलाओं के लिए सौभाग्य भाव भी कहलाता है | इस भाव का कारक ग्रह शनि है | काल पुरुष की कुंडली में अष्टम भाव में वृश्चिक राशि आती है जिसक स्वामी मंगल है | कुंडली में अष्टम भाव में स्थित शनि आयु में वृद्धि परन्तु अंत समय में कष्ट भी दे सकता है| इस भाव में स्थित सूर्य जातक को खोजी प्रवृत्ति का बनाता है | चन्द्रमा विरासत के माध्यम से धन दिलाता है | इस भाव का मंगल अच्छे परिणाम नहीं देता है | बुध की यह स्थिति जातक को विचारक या अच्छा लेखक बना सकती है | बृहस्पति जातक को मार्गदर्शक या गहन जांच प्रकृति की ओर ले जाता है | शुक्र की यह स्थिति अक्सर जातक को गलत रास्ते पर ले जाता है |  शनि होने पर पुरानी बीमारियां लम्बे समय तक चल सकती हैं | राहु विनाशकारी परिणाम दे सकता है | केतु जातक को अच्छे चरित्र परन्तु चोट लगने के साथ-साथ वाहन से भय बना रहता है |

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