15-12-2022

सुख भाव

सुख भाव 
कुंडली में चतुर्थ भाव सुख भाव कहा जाता है| इसे माता का भाव भी कहा जाता है | इस भाव से घर,वाहन,अचल संपत्ति आदि की जानकारी मिलती है| काल पुरुष की कुंडली में चतुर्थ भाव कर्क राशि आती है जिसका स्वामी चन्द्रमा है | इस भाव में सूर्य होने पर जातक धनहीन और बार बार स्थान परिवर्तन करता है | इस भाव में चन्द्रमा होने पर जातक के पास अनेक वाहन और घर हो सकते हैं | शनि होने पर जातक वृद्धावस्था में सन्यासी हो सकता है | शुक्र होने पर जातक को भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है उस जातक को जीवन भर रहने और खाने की कमी नहीं होती | उच्च गुरु होने पर शासन सत्ता से लाभ और नीच गुरु होने पर परिवार में द्वेष करा सकता है | इस भाव में बुध होने पर जातक के पास कई नौकर हो सकते हैं | मंगल होने पर व्यक्ति अपराधी प्रवृत्ति का हो सकता है | इस भाव में केतु होने पर जातक धार्मिक प्रवृत्ति का हो सकता है |      

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