04-02-2024

क्या आपकी राहु की महादशा चल रही है

राहु की महादशा 

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर एक व्यक्ति के ऊपर सभी 9 ग्रहों की महादशा और अंतर्दशा चलती है। जिसका प्रभाव व्यक्ति के ऊपर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह का पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी किसी ग्रह की दशा चल रही हो तो वह ग्रह अगर व्यक्ति की कुंडली में शुभ स्थान पर विराजमान है तो व्यक्ति को शुभ फल ही मिलते हैं, वहीं अगर ग्रह कुंडली मे अशुभ स्थान पर हैं व्यक्ति को अच्छे परिणाम नहीं मिलते हैं। कुंडली में मौजूद नौ ग्रहों में राहु को सबसे क्रूर ग्रह के रूप में जाना जाता है. अगर राहु शुभ स्थिति में हो तो जातक को कई लाभ हो सकते हैं. इसकी नकारात्मक स्थिति अनेक परेशानियों की जड़ बन सकती है. राहु ग्रह की महादशा किसी व्यक्ति के ऊपर करीब 18 साल तक रहती है। आइए जानते हैं राहु की महादशा चलने पर कब-कब और कैसा प्रभाव देखने को मिलता है।

            राहु की महादशा का व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव

राहु का शुभ स्थिति में होना

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु का महादशा 18 साल तक चलती है ऐसे में अगर किसी जातक की कुंडली में राहु शुभ स्थान पर विराजमान हो तो उस व्यक्ति का व्यक्तित्व आकर्षक और वह व्यक्ति दिखने में सुंदर होता है. यदि कुंडली में राहु लग्न भाव में हो तो वह जातक समाज में प्रभावशाली होता है. ऐसे जातकों को राजनीति में अच्छी सफलता प्राप्त होती है. इसके अलावा हर क्षेत्र में मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होती है. राहु की महादशा जातक को शुभ फल प्रदान करता है. कुंडली में मजबूत राहु जातक को प्रखर बुद्धि वाला बना सकता है. ऐसा व्यक्ति अपने जीवन में एक साथ कई तरह की उपलब्धियों को हासिल करता है। समाज में मान-सम्मान ऊंचे स्तर का होता है। ऐसे लोग राजनीति में ऊंचे मुकाम को हासिल करते हैं। कुंडली में राहु के शुभ होने पर व्यक्ति खुफिया कार्यों में लगा रहता है।

कुंडली में राहु अशुभ होने पर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि कुंडली में राहु अशुभ यानी नीच का हो तो जातक बुरी आदतों का शिकार हो जाता है. व्यक्ति को बुरे परिणाम की प्राप्ति होती है। ऐसे स्थिति में व्यक्ति बुरी संगत और आदतों में फंसा रहता है। इसके अलावा, पीड़ित राहु जातक से छल, कपट और धोखा कराता है. राहु के अशुभ होने पर व्यक्ति मांस मदिरा का सेवन करता है साथ ही नशे की बुरी लत का शिकार भी हो सकता है। ऐसा व्यक्ति नास्तिक भी हो सकता है। अशुभ राहु से व्यक्ति को पागलपन, आंतों की समस्या, हिचकी, अल्सर, गैस्ट्रिक जैसी परेशानियां हो सकती हैं कुंडली में राहु के अशुभ होने पर व्यक्ति के जीवन में बदनामी मिलती है। 

राहु दोष के उपाय

1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि कुंडली में राहु दोष हो तो जातक को भगवान शिव और नारायण की पूजा करने से लाभ मिलता है.

2. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु दोष को शांत करने के लिए बुधवार के दिन काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाना चाहिए.

3. राहु ग्रह की अशुभता दूर करने के लिए निम्न मन्त्र का जाप करें।

                  ॐ भ्रां भ्रीं भ्रों सः राहवे नमः

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