क्या आपको बुरे और डरावने स्वप्न आते हैं, और आपके अंदर एक अनजाना सा भय सदैव बना रहता है | यह आपके अनुरक्त ग्रह राहु के कारण हो सकता है | यदि आपका जन्म अश्विनी, मघा या मूल नक्षत्र में हुआ है आपका अनुरक्त ग्रह राहु बनता है|
आपको एक से एक खूबसूरत चीज रखने का शौक होगा, विशेषतः जो वस्तुए सजीली या शुशोभित होंगी | ऐसी वस्तुए सामान्यतः हर किसी के पास नहीं होती हैं | आपके अंदर एक अहंकार की भावना हो सकती है |
आपको अपने अंदर से इस अहंकार के भाव को समाप्त करना ही होगा साथ ही साथ भौतिक संसाधनों से अनुरक्ति भी त्यागनी होगी अन्यथा आपके ऋणानुबन्धन आगे भी चलते ही रहेंगे | आपको चन्दन या चन्दन से बनी वस्तुओ का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहिए और यदि ये न कर सकें तो किसी योग्य गुरु के सानिध्य में जाएँ तो आपका ऋणानुबन्धन समाप्त होना आरम्भ हो सकता है |
यद्यपि विभिन्न भावों में राहु कि स्थिति के अनुसार कुछ अन्य फल भी जुड़ जाएंगे जिनके विषय में आगे चर्चा कि जायेगी|