क्या आपको कोई अनजान जगह पहले से देखी सी लगती है या कोई घटना पहले से अनुभव की हुई लगती है | या कभी कभी किसी अनजान व्यक्ति से मिलकर ऐसा लगता है की उस व्यक्ति से आप पहले भी मिल चुके हैं | यह आपके अनुरक्त ग्रह शनि के कारण हो सकता है |
यदि किसी व्यक्ति का जन्म कृतिका, उत्तर फाल्गुनी या उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में हुआ है तो उसका अनुरक्त ग्रह शनि है | इन लोगों में पूर्व जन्म की स्मृति होती है | शनि अनुरक्त ग्रह होने पर वह व्यक्ति नौकरी में हो या अपना व्यवसाय हो हर स्तर पर बहुत अच्छा करेगा | हालांकि इन्हे व्यवसाय में कई बार उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा पर एक बार उस स्तर पर पहुँच गए तो सब कुछ ठीक हो जाएगा |
इन लोगों को या तो वैवाहिक जीवन में या संतान पक्ष में कुछ असामान्य स्थितियों का सामना करना पड़ता है पर बाद में सब ठीक हो जाएगा |
ये लोग जिस काम को एक बार ठान लेते हैं उसे समाप्त करके ही दम लेते हैं | ये लोग आध्यात्म के क्षेत्र में देर से जाते हैं (सामान्यतया 60 वर्ष की आयु के बाद). इन जातको को शनि आत्मिक रूप से शुध्द करता है जिससे ये पूर्व जन्मो के ऋणानुबन्धनों को आसानी से समाप्त कर पाएं |
यद्यपि विभिन्न भावों में शनि कि स्थिति के अनुसार कुछ अन्य फल भी जुड़ जाएंगे जिनके विषय में आगे चर्चा कि जायेगी|