क्या आपको जीवन में बार बार अस्थिरता और जीवन के हर पहलू में समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है, जीवन में अचानक और असंभावित परिवर्तन हो रहे हैं, भावनात्मक रूप से उथल पुथल और मन में अशांति की स्थिति है तो संभव है की आपकी कुंडली में केतु कमजोर हो |
ऐसे व्यक्ति को नसों से सम्बंधित रोग, पथरी की समस्या, यूरिन से सम्बंधित समस्या, संतान उत्पत्ति में समस्या, सुनने की क्षमता में कमी, जोड़ो में दर्द, रीढ़ की हड्डी में समस्या, बाल झड़ना, स्मरण शक्ति में कमी और चर्म रोग की समस्या हो सकती है|
उपाय
1) अपने नाना की यथोचित सेवा करें और उन्हें आदर और सम्मान दें |
2) चींटी व् पक्षियों को भोजन दें |
3) ॐ स्रंI स्री स्रों सः केतवे नमः का जाप करें |
4) गौ सेवा करें
5) श्री गणेश जी का पूजन करें, गणेश अथर्व पाठ करें