प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि की है | लग्नेश मंगल लग्न में है जो पंचमहापुरुष योग में से एक रूचक योग का निर्माण कर रहा है, गुरु चतुर्थ भाव में होकर केंद्र त्रिकोण सम्बन्ध बना रहा है जो की प्रबल राजयोग कारक है जो अत्यधिक प्रसिद्धि, साम्राज्य और दीर्घायु देता है | नवांश कुंडली में अष्टमेश छठे भाव में जाकर विपरीत राजयोग का निर्माण कर रहा है | मंगल षोडशवर्ग में 5 से अधिक वर्गों में वर्गोत्तम होकर अत्यधिक प्रभावशाली हो रहा है | इस समय मोदी जी की मंगल की महादशा चल रही है जो 30 नवंबर 2028 तक चलेगी और यह उन्हें तीसरी बार भी प्रधानमन्त्री की कुर्सी की और ले जा रही है | 1 मार्च 2024 से लेकर 20 अप्रैल 2024 तक मंगल की महादशा में गुरु की अन्तर्दशा में राहु की प्रत्यंतर दशा चलेगी (राहु की दृष्टि भाग्य भाव पर पड़ रही है ) ये उनकी प्रसिद्धि पर ग्रहण लगाएगी | उसके पश्चात 20 अप्रैल 2024 से लेकर 30 मई 2025 तक मंगल की महादशा में शनि की अन्तर्दशा चलेगी जो उनकी प्रधानमन्त्री की कुर्सी प्राप्त करने में कुछ अड़चन पैदा कर सकती है | यह संभव है कि मोदी जी संभवतः 2014 और 2019 का कारनामा शायद कायम न रख पाए पर मंगल कि प्रबल स्थिति और अन्य दलों के सहयोग से प्रधानमंत्री पद पर पुनः पहुँच जाएं |