रविवार, सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरूवार, शुक्रवार, शनिवार
इसके लिए उस दिन का सूर्योदय देखें कि कितने बजे हुआ है. उसे नोट कर लें. सूर्योदय से सूर्यास्त तक के 1-1 घण्टे के 12 हिस्से बनेगें. सूर्यास्त से सूर्योदय तक 12 हिस्से बनेंगें. इस प्रकार 24 होरा प्राप्त होगीं. जिस दिन की होरा जाननी है उस दिन की पहली होरा वार स्वामी की होगी और अगली होरा वार स्वामी से छठे वार की होगी. फिर अगली होरा उससे छठे वार स्वामी की होगी. इस तरह से 24 होराओं का क्रम बन जाएगा. आइए इसे उदाहरण से समझें.
माना आज के दिन सोमवार है और सूर्योदय सुबह 6 बजे होता है तो 6 से 7 बजे तक चन्द्रमा की होरा होगी. 7 से 8 बजे तक चन्द्रमा से छठे वार के स्वामी की होगी. चन्द्रमा से छठे वार का स्वामी शनि होता है. इस प्रकार बाकी होरा भी क्रम से होगीं. आइए इसे तालिका से समझें.
सुबह 6 से 7 चन्द्रमा की होरा
7 से 8 शनि की होरा
8 से 9 गुरु की होरा
9 से 10 मंगल की होरा
10 से 11 सूर्य की होरा
11 से 12 शुक्र की होरा
12 से 1 बुध की होरा
1 से 2 चन्द्रमा की होरा
2 से 3 शनि की होरा
3 से 4 गुरु की होरा
4 से 5 मंगल की होरा
5 से 6 सूर्य की होरा
6 से 7 शुक्र की होरा
यही क्रम रात्रि कि होरा पर भी चलेगा और इस क्रम में अगले दिन प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व (अर्थात सोमवार की अंतिम होरा) गुरु कि होरा होगी और सूर्योदय के समय मंगल कि होरा रहेगी और अगला दिन मंगलवार का होगा |
इसी क्रम को लगातार जारी रखने पर प्रत्येक दिन के आरम्भ कि होरा उस दिन के नाम को निर्धारित करती है और यही दिनों के क्रम को भी निर्धारित करती है |